
केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि भारत सरकार का उद्देश्य देश की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री को दुनिया की नंबर-1 इंडस्ट्री बनाना है। उन्होंने बताया कि यह क्षेत्र न केवल देश की अर्थव्यवस्था में अहम भूमिका निभा रहा है, बल्कि लगभग 4.5 करोड़ लोगों को रोजगार भी प्रदान कर चुका है, जो कि किसी भी अन्य क्षेत्र की तुलना में सबसे अधिक है।
2014 में ₹7.5 लाख करोड़ से अब ₹22 लाख करोड़ की इंडस्ट्री
गडकरी ने बताया कि जब उन्होंने 2014 में मंत्रालय का कार्यभार संभाला था, तब ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का आकार लगभग ₹7.5 लाख करोड़ था। आज यह बढ़कर ₹22 लाख करोड़ तक पहुंच चुकी है। सरकार का लक्ष्य है कि इसे और अधिक विस्तार देकर वैश्विक स्तर पर शीर्ष स्थान दिलाया जाए।
वर्तमान में:
अमेरिका की ऑटो इंडस्ट्री का आकार: ₹78 लाख करोड़
चीन की ऑटो इंडस्ट्री का आकार: ₹47 लाख करोड़
GST और रोजगार में सबसे बड़ा योगदान
गडकरी ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि ऑटोमोबाइल सेक्टर GST के रूप में सरकार को सबसे ज्यादा राजस्व देता है। यह इंडस्ट्री न केवल उत्पादन के स्तर पर अग्रणी है, बल्कि राजस्व और रोजगार के लिहाज से भी देश की अर्थव्यवस्था की रीढ़ बन चुकी है।
गडकरी ने भरोसा जताया कि अगर वर्तमान गति और दिशा बनी रही, तो भारत की ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री निकट भविष्य में विश्व में शीर्ष स्थान पर होगी।